स्वभाव की कमी को सुंदरता से पूरा नहीं किया जा सकता
रिश्ते मन से बनते हैं, बातों से नहीं
डिग्रीया तो शेक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं,
हमें आसमान छूकर दिखाना है
सोच हमेशा बुलंद और ऊंची होनी चाहिए
अपनी वाणी को वीणा बनाएं बाण ना बनाएं
चेहरे की चमक और घर की ऊंचाइयों पर मत जाना